Motivation For Science Students - मोटिवेशन फ़ॉर पीसीएम स्टूडेंट्स
सुनो !! सुन पा रहे हो तो
तुम टॉपर थे तभी तो भरोसा किया था ना मां बाप ने ,
तुम बचपन से ही इंजीनियर बनना चाहते थे तभी तो भेज दिया था न अपने जिगर के टुकड़े को कोटा जैसी अनजान शहर में, फिर तुम क्यों रुक गए हो ?? चलो !! तुम्हे चलना होगा !
अरे माना ! माना की बहूत दबाव है ,बहूत लोग है रेस में सब बहूत कठिन लग रहा ,PCM ने रुला दिया है,
लेकिन तम्हारे उस जुनून का क्या जो कोटा आते समय ट्रैन में तम्हारे साथ आया था ?? तुम्हारे उस जज्बे का क्या जो तुम्हे बार बार खुद को "IITian" कहकर बुलाती थी ?? हीरा बनना है न ??
तो फिर जलो न ! तुम्हे तपना होगा !
हर महीने की 1 तारिख का जितना बेसब्री से तम्हे इन्तेजार रहता है उतनी ही बेसब्री से किसी को तम्हारे रिजल्ट का इन्तेजार रहता है ,
तुम्हारा इन्तेजार साल में 10-12 बार होता है और वो तुम्हे कभी निराश नही करते ,उनका इन्तेजार तो बस एक बार होता है साल में फिर क्यों निराश करना चाहते हो ?? तुम तो महीने की बीच में भी एक्स्ट्रा पैसे मंगा लेते हो फिर क्यों नही पढ़ रहे ?
पढ़ो ! तुम्हे पढ़ना होगा !
मार्क्स कम होते है , रैंक गिरती है , कुछ बहूत प्यारे लोग छोड़ कर भी चले जाते है , जिंदगी में बहूत ठोकर है फिर ये तो कोटा है ,तुम गिर गए हो !
पराजय तम्हारी गिरने से नही होगी लेकिन उठने की चाह छोड़ देना तुम्हारी हार होगी ,हारना पसंद थोड़ी था तुम्हे ?
तुम तो चैंपियन थे न भागने में ? गावँ में रन लेते टाइम तुम बहूत बार गिरे थे लेकिन रन आउट नही हुए थे ,याद है ??
उठो ना !!! तुम्हे उठना होगा !
तुम्हारा वो छोटा भाई जो बहूत गर्व से अपने स्कूल में ढिंढोरे पीट रहा "भैया मेरा कोटा में पढ़ता है" "राजस्थान में पढ़ता है" भले ही उसको तुम्हारी सफलता या विफलता से फर्क नही पड़ता लेकिन तुम्हारे फर्ज का क्या ??
तुम बड़ा भी होने का फर्ज अदा ही नही करना चाहते ??
करो !!! तुम्हे करना होगा !
सुबह उठ कर पोहा खाते हो शाम को समोसे और कचौड़ी
इतने प्यारे भाई जैसे दोस्त मिले है ,मा बाप जैसे टीचर
सपनो को उड़ान मिली है और प्रतिभा की पहचान मिली है,
हवाई चप्पल पहनते थे Relaxo और lakhaani का,आजकल Sparx पहनते हो , Bumchum से Jockey पर आ गए हो,
इस अनजान शहर के भी तो बहूत अहसान हो गए तुम पर,
जाते जाते उस अहसान को चुकाना नही चाहोगे ?? इस शहर का झंडा भी तो तम्हारे हाथ है ।
डटे रहो !! तुम्हे डटना होगा !!
तुम भटक गए हो लेकिन तुम्हे मंजिल याद है , तुम जानते हो सही राह को लेकिन "समय नही है" सोचकर तुम गलत राह पर चलने लगे हो ,
अरे बहूत समय है ,सही राह तक पहुँचो ।
गलत राह पर चलने से अच्छा है सही राह पर रेंग लेना ।
ढूंढो सही राह को !! तुम्हे ढूंढना होगा ।
"मम्मी के लिए साड़ी खरीदना ,पापा के लिए फ़ोन " भले ही तुम्हारे ऐसे सपने ना हो लेकिन उनके अरमान तो है तुमसे ??
तुम्हे वो बुआ याद है ? जिसने बोला था "अरे मत भेजो कोटा इसे ,इसके वश की नही है "
वो चाचा याद है क्या ? और उनका वो कटाक्ष " अरे IIT कोई खेल थोड़ी है भाईसाहब आप तो पैसे बर्बाद करोगे "
याद है न ? फिर क्यों सुन्न पड़ गए हो ? शिथिल मत बनो ,
चलो !! तुम्हे चलना होगा !!
"बहूत तनाव है ,मुझसे नही हो पायेगा नही जीना मुझे ,मर जाऊंगा मैं "
कमरे से लाश और रस्सी निकलेगी केवल,अरमान तो वही कही पंखों पर होगा ।
मा की वो मुस्कान और बाप का वो अभिमान क्यों उस कमरे में हमेशा के लिए कैद करना चाहते हो ??
इंजीनियर ना सही लेकिन उस अरमान ,वो मुस्कान और उस अभिमान के लिए तुम्हे जीना होगा ।
एक मां दिन गिन रही है तम्हारे आने का ,एक भाई तुम्हारे आने की खबर सोच सोच कर खुश हो रहा ।
जिंदा रहो !! तुम्हे जीना होगा !!
सुन पा रहे हो क्या ?
चलो ! तुम्हे चलना होगा !
जलो! तुम्हे जलना होगा !
उठो ! तुम्हे उठना होगा !
करो ! तुम्हे करना होगा !
सही राह ढूंढो और डटे रहो ,जिंदा रहो तुम्हे जीना होगा !!
तुम बचपन से ही इंजीनियर बनना चाहते थे तभी तो भेज दिया था न अपने जिगर के टुकड़े को कोटा जैसी अनजान शहर में, फिर तुम क्यों रुक गए हो ?? चलो !! तुम्हे चलना होगा !
अरे माना ! माना की बहूत दबाव है ,बहूत लोग है रेस में सब बहूत कठिन लग रहा ,PCM ने रुला दिया है,
लेकिन तम्हारे उस जुनून का क्या जो कोटा आते समय ट्रैन में तम्हारे साथ आया था ?? तुम्हारे उस जज्बे का क्या जो तुम्हे बार बार खुद को "IITian" कहकर बुलाती थी ?? हीरा बनना है न ??
तो फिर जलो न ! तुम्हे तपना होगा !
हर महीने की 1 तारिख का जितना बेसब्री से तम्हे इन्तेजार रहता है उतनी ही बेसब्री से किसी को तम्हारे रिजल्ट का इन्तेजार रहता है ,
तुम्हारा इन्तेजार साल में 10-12 बार होता है और वो तुम्हे कभी निराश नही करते ,उनका इन्तेजार तो बस एक बार होता है साल में फिर क्यों निराश करना चाहते हो ?? तुम तो महीने की बीच में भी एक्स्ट्रा पैसे मंगा लेते हो फिर क्यों नही पढ़ रहे ?
पढ़ो ! तुम्हे पढ़ना होगा !
मार्क्स कम होते है , रैंक गिरती है , कुछ बहूत प्यारे लोग छोड़ कर भी चले जाते है , जिंदगी में बहूत ठोकर है फिर ये तो कोटा है ,तुम गिर गए हो !
पराजय तम्हारी गिरने से नही होगी लेकिन उठने की चाह छोड़ देना तुम्हारी हार होगी ,हारना पसंद थोड़ी था तुम्हे ?
तुम तो चैंपियन थे न भागने में ? गावँ में रन लेते टाइम तुम बहूत बार गिरे थे लेकिन रन आउट नही हुए थे ,याद है ??
उठो ना !!! तुम्हे उठना होगा !
तुम्हारा वो छोटा भाई जो बहूत गर्व से अपने स्कूल में ढिंढोरे पीट रहा "भैया मेरा कोटा में पढ़ता है" "राजस्थान में पढ़ता है" भले ही उसको तुम्हारी सफलता या विफलता से फर्क नही पड़ता लेकिन तुम्हारे फर्ज का क्या ??
तुम बड़ा भी होने का फर्ज अदा ही नही करना चाहते ??
करो !!! तुम्हे करना होगा !
सुबह उठ कर पोहा खाते हो शाम को समोसे और कचौड़ी
इतने प्यारे भाई जैसे दोस्त मिले है ,मा बाप जैसे टीचर
सपनो को उड़ान मिली है और प्रतिभा की पहचान मिली है,
हवाई चप्पल पहनते थे Relaxo और lakhaani का,आजकल Sparx पहनते हो , Bumchum से Jockey पर आ गए हो,
इस अनजान शहर के भी तो बहूत अहसान हो गए तुम पर,
जाते जाते उस अहसान को चुकाना नही चाहोगे ?? इस शहर का झंडा भी तो तम्हारे हाथ है ।
डटे रहो !! तुम्हे डटना होगा !!
तुम भटक गए हो लेकिन तुम्हे मंजिल याद है , तुम जानते हो सही राह को लेकिन "समय नही है" सोचकर तुम गलत राह पर चलने लगे हो ,
अरे बहूत समय है ,सही राह तक पहुँचो ।
गलत राह पर चलने से अच्छा है सही राह पर रेंग लेना ।
ढूंढो सही राह को !! तुम्हे ढूंढना होगा ।
"मम्मी के लिए साड़ी खरीदना ,पापा के लिए फ़ोन " भले ही तुम्हारे ऐसे सपने ना हो लेकिन उनके अरमान तो है तुमसे ??
तुम्हे वो बुआ याद है ? जिसने बोला था "अरे मत भेजो कोटा इसे ,इसके वश की नही है "
वो चाचा याद है क्या ? और उनका वो कटाक्ष " अरे IIT कोई खेल थोड़ी है भाईसाहब आप तो पैसे बर्बाद करोगे "
याद है न ? फिर क्यों सुन्न पड़ गए हो ? शिथिल मत बनो ,
चलो !! तुम्हे चलना होगा !!
"बहूत तनाव है ,मुझसे नही हो पायेगा नही जीना मुझे ,मर जाऊंगा मैं "
कमरे से लाश और रस्सी निकलेगी केवल,अरमान तो वही कही पंखों पर होगा ।
मा की वो मुस्कान और बाप का वो अभिमान क्यों उस कमरे में हमेशा के लिए कैद करना चाहते हो ??
इंजीनियर ना सही लेकिन उस अरमान ,वो मुस्कान और उस अभिमान के लिए तुम्हे जीना होगा ।
एक मां दिन गिन रही है तम्हारे आने का ,एक भाई तुम्हारे आने की खबर सोच सोच कर खुश हो रहा ।
जिंदा रहो !! तुम्हे जीना होगा !!
सुन पा रहे हो क्या ?
चलो ! तुम्हे चलना होगा !
जलो! तुम्हे जलना होगा !
उठो ! तुम्हे उठना होगा !
करो ! तुम्हे करना होगा !
सही राह ढूंढो और डटे रहो ,जिंदा रहो तुम्हे जीना होगा !!
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