वो बुलाती है मगर जाने का नहीं शायरी 

बुलाती है मगर जाने का नही
ये दुनिया है इधर जाने का नइ 
मेरे बेटे किसी से इश्क़ कर 
मगर हद से गुजर जाने का नही


कुशादा ज़र्फ़ होना चाहिए 
छलक जाने का भर जाने का नही

सितारें नोच कर ले जाऊँगा 
मैं खाली हाथ घर जाने का नही
वबा फैली हुई है हर तरफ 
अभी माहौल मर जाने का नइ 

वो गर्दन नापता है नाप ले 
मगर जालिम से डर जाने का नइ 

– राहत इन्दौरी

Bulati Hai Magar Jaane Ka Nai Lyrics in Hindi


Bulati hai magar jaane ka nai 
Ye duniya hai idhar jaane ka nai 

Mere bete kisi se ishq kar 
Magar had se gujar jaane ka nai 

Kushaada zarf hona chahiye 
Chhalak jaane ka bhar jaane ka Nai 

Sitare noch kar le jaaunga 
Mein khali haath ghar jaane waala nai 

Waba faili hui hai har taraf 
Abhi maahaul mar jaane ka nai